पाप के ही पौधे,पैदा होते हैं आंगन में। लक्ष्मी का रूप,होता है सुहागन में। पाप के ही पौधे,पैदा होते हैं आंगन में। लक्ष्मी का रूप,होता है सुहागन में।
राज़ ग़र हो दफ़न ही सही, मुर्दे को तो कफ़न ही सही। राज़ ग़र हो दफ़न ही सही, मुर्दे को तो कफ़न ही सही।
समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है। समय की बात है कि दामाद कभी रसगुल्ला तो कभी दोधारी तलवार होता है।
वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का अंदाज भी वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का...
नाराज़ क्यों हूँ? क्या जानते नहीं ? या जानकर भी मानते नहीं? नाराज़ क्यों हूँ? क्या जानते नहीं ? या जानकर भी मानते नहीं?
काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुरुष, उसका सम्मान करना... काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुर...